बहिन जी आयीं हाथी पे सवार
हाथ में LV का बैग, गले में हार
वोट मांग रही हैं जनता से इस बार
पार्क बनाये हमने, प्रदेस में तीन चार
मुलायम आये साइकिल पे लड़खड़ाते
कुछ तो बोले वोह तुतलाते तुतलाते
सपूत को पकड़ा दी है अब उन्होंने कमान
कहते हैं कांग्रेस भाजपा बसपा, सब हैं सामान
बाबा भी पहुंचे परिवार समेत
बहुत देखे उन्होंने गाँव और खेत
हेलीकाप्टर, बाईक और गाड़ी, सब की कर ली सवारी
आशा में की हाथ पे मोहर लगे इस बारी
भाजपा का भी देख लो अजब खेल
बिलकुल नहीं कोई सुर ताल मेल
अभी भी मंदिर का कर रहे हैं वायदा
पर जनता मांग रही है उससे कहीं ज्यादा
चौधरी साहेब ने भी कर दी है एंट्री
केंद्र में अब बन गए हैं वोह मंत्री
हरित प्रदेश बनायेंगे हैंडपंप की फुहार से
सत्ता में आयेंगे जय किसान की पुकार से
चाहे हाथी हार जाए साइकिल के हाथ
या कमल दिखादे कोई करामात
पर लोग पूछ रहें हैं
कब ख़तम होगी यह काली रात
कब ख़तम होगी यह काली रात
हाथ में LV का बैग, गले में हार
वोट मांग रही हैं जनता से इस बार
पार्क बनाये हमने, प्रदेस में तीन चार
मुलायम आये साइकिल पे लड़खड़ाते
कुछ तो बोले वोह तुतलाते तुतलाते
सपूत को पकड़ा दी है अब उन्होंने कमान
कहते हैं कांग्रेस भाजपा बसपा, सब हैं सामान
बाबा भी पहुंचे परिवार समेत
बहुत देखे उन्होंने गाँव और खेत
हेलीकाप्टर, बाईक और गाड़ी, सब की कर ली सवारी
आशा में की हाथ पे मोहर लगे इस बारी
भाजपा का भी देख लो अजब खेल
बिलकुल नहीं कोई सुर ताल मेल
अभी भी मंदिर का कर रहे हैं वायदा
पर जनता मांग रही है उससे कहीं ज्यादा
चौधरी साहेब ने भी कर दी है एंट्री
केंद्र में अब बन गए हैं वोह मंत्री
हरित प्रदेश बनायेंगे हैंडपंप की फुहार से
सत्ता में आयेंगे जय किसान की पुकार से
चाहे हाथी हार जाए साइकिल के हाथ
या कमल दिखादे कोई करामात
पर लोग पूछ रहें हैं
कब ख़तम होगी यह काली रात
कब ख़तम होगी यह काली रात
Matlab Uff...what a poem sirji.(claps claps)
ReplyDeletehum ko maloom nigh
ReplyDeleteBurbey version 2! Asliyat main :P
ReplyDeleteVote ke baad jab chaukanna rahenge
ReplyDeletehum aur apne mai baap
tab shayad khatam hogi,
yeh kaali raat.
Chaukanna toh hum the per
aloo pyaaz ki keemat ne banaaye naye jaat paat,
Aur betiya ki bhi toh laani thi baaraat.
Biwi boli, pehlo socho Ghar ki baat.